❝विद्यारूपी धन सब प्रकार के धन से श्रेष्ठ हैं |❞
Category : Education
By : User image Jaimahesh Team
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20 Mar 19
Hindi vyakaran shabd nirman pratyay - प्रत्यय

प्रत्यय | प्रत्यय के प्रकार

परिभाषा = जो शब्दांश के अन्त में लगकर उनके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता उत्पन्न करते है | उन्हें प्रत्यय कहते है | जैसे = लघु +अव =लाघव लोहा+आर=लोहार

संस्कृत के प्रत्यय

तृ = दाता, वक्ता, कर्ता, नेता, भ्राता, पिता

तव्य = कर्तव्य, गन्तव्य, ध्यातव्य

अन = लेखन, सम्पादन, हवन, गमन, श्रवण, चलन, जलन

अ = जय, लाभ, लेख, विचार

अव = लाघव, गौरव, पाटव

इक = लौकिक, धार्मिक, वार्षिक, ऐतिहासिक

ईय = राष्ट्रीय, राजकीय, प्रांतीय, नाटकीय, भवदीय

आलु = कृपालु, दयालु, शंकालु

हिंदी के प्रत्यय

आर = सोनार, लोहार, चमार, कुम्हार

हारा = लकड़हारा, पनिहारा

पन = लडकपन, बचपन, गँवारपन

आल = ननिहाल, ससुराल

हरा= इकहरा, दुहरा, तिहरा

आऊ = बटाऊ, पंडिताऊ, नामधराऊ, खटाऊ,

खाना = दवाखाना, छापाखाना, डाकखाना

दार = मालदार, दुकानदार, जमींदार

दान = कमलदान, पीकदान, धूपदान


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