शब्द-रचना = शब्द रचना की द्रष्टि से हिंदी भाषा में तीन प्रकार के शब्द होते है
यौगिक शब्दों का निर्माण किसी शब्द में अन्य शब्द या शब्दांश का मेल होने से अथवा दो शब्दों के मेल से होता है |
योगरूढ़ शब्द भी दो शब्दों के मेल से बनते है जो कि किसी विशेष अर्थ से प्रयुक्त होते है |
हिंदी में शब्दों का निर्माण मुख्यता चार प्रकार से होता है |
दो या दो से अधिक शब्दों को मिलाकर जब एक शब्द बनाया है,तो उसे समास प्रद्धति कहते है |
हिंदी में बहुत से “मूल”शब्द है,उन शब्दों में उपसर्ग और प्रत्यय आदि लगाकर नये शब्द बनाये जाते हैं |
भाषा-विज्ञान के अनुसार वर्ण या अक्षर को आगे –पीछे कर देने या उनमे उलट-फेर करने से नये शब्द बन जाते हैं | इसे वर्ण-विपर्यय प्रद्धति कहते हैं | जैसे = जानवर का जनावर
अन्य भाषाओ से शब्द लेकर नये अर्थ की अभिव्यक्ति के लिए जब नये शब्द बनाये जाते है, तो उसे अर्थ-परिवर्तन प्रद्धति कहते है | जैसे = रेल+गाड़ी = रेलगाड़ी
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