"प्यार इंसान" से करो
उसकी "आदत" से नहीं ..
" रुठो" उनकी बातों से
मगर उनसे नहीं ...
"भूलो" उनकी गलतियाँ
पर उन्हें नहीं ...
क्यों की
"रिश्तों" से बढकर
कुछ भी नहीं !