❝One best book is equal to hundred good friends but one good friend equal to library.❞

Knowledge Share Posts

Search
  • ॐ जय जगदीश हरे - Om Jai Jagdish Hare Aarti

    Comments
    0
    Views
    105
    Posted
    09 Apr 2025

    यह भगवान विष्णु को समर्पित एक बहुत प्रसिद्ध हिंदू आरती है।

    "ॐ जय जगदीश हरे" आरती हिंदी कवि पंडित श्रद्धा राम फिल्लौरी द्वारा रचित की गई थी और यह भारत भर के घरों और मंदिरों में नियमित रूप से गाई जाती है।

    इस आरती के विषय में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:

  • Shree Ganesh ji ki aarti - श्री गणेश जी की आरती

    Comments
    0
    Views
    274
    Posted
    17 Sep 2017

    श्री गणेश जी की आरती

    जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ।
    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

    जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥

    एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी ।
    माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥

    जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥

    अंधन को आंख देत, कोढ़िन को…

  • Aarti shree Laxmi ji ki - लक्ष्मी जी की आरती

    Comments
    0
    Views
    476
    Posted
    22 Sep 2017

    श्री लक्ष्मी जी की आरती  - Shree Laxmi ji ki Aarti

    ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता |
    तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु विधाता || जय

    ब्रह्माणी रूद्राणी कमला, तू हि है जगमाता |
    सूर्य चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता || जय

    दुर्गा रूप निरंजन, सुख सम्प…

  • हिंदू धर्म में आरती का महत्व

    Comments
    0
    Views
    95
    Posted
    08 Apr 2025

    हिंदू धर्म में आरती का महत्व | Hindu Dharam me Aarti ka Mahtav

     

    आरती एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, जो हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा और सम्मान करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह एक पवित्र कृत्य है, जिसमें दीपक (दीप) जलाकर उसे देवता के …

  • Maa Durga ki aarti - दुर्गा जी की आरती

    Comments
    0
    Views
    274
    Posted
    22 Sep 2017

    श्री दुर्गा जी की आरती

    जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
    तुमको निशि दिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ||

    मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को |
    उज्ज्वल से दोउ नैना, चन्द्रवदन नीको ||

    कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै |
    रक्तपुष्प गल माला, कंठन पार साजै ||

    केहरि व…